Posted on January 25, 2023January 23, 2023 by Sanjay Purohit अब तो मजहब कोई ऐसा भी बनाया जाए किंतु उसका इतने दर्दनाक और अमानवीय हश्र में परिणित होना हमें अंदर तक झकझोरने के साथ ही ये भी सोचने पर मजबूर करता है कि हम वास्तव में किस दिशा में जा रहे हैं.. आगे पढ़िए Share this:FacebookXLike this:Like Loading... Read more