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अच्छे का अस्तित्व बुरे की उपस्थिति से है -Existence of Good due to presence of Bad

Good Bad

यदि सिर्फ अच्छा ही रहे तो कुछ सदियों के बाद वो अच्छा कैसे माना जाएगा..क्योंकि अच्छा शब्द तो बुरे की वजह से है और यदि वजह ही नहीं रहे तो फिर वो अच्छा ना होके क्या माना जाएगा..?

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सितारों का सिनेमाई प्रेम व असल प्रेम- Cinema & Celebrities reel love vs real love!

Amitabh Rekha - Sunday Mania

माना कि प्रेम हो जाता है किया नहीं जाता.. पर कितनी बार ..? एक दो तीन चार या बार बार..? और एक को ही नहीं दोनों को ही.. कमाल है ना..

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मत मती सन्मति.. गत गति सद्गति…

Indian Flag - Sunday Mania

राज, नीति, सन, मती, अति, गति, इन्हीं में प्रगति भी है, स्वराज भी है, तो मां भारती भी है .. अतः ये हमें अपने स्वविवेक से तय करना होगा कि सुंदर व सार्थक राज्य के लिए नीति को राज के स्थान पर गति से जोड़ें एवं नीतिगत कार्य करें..

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नेताजी की चाल आम जन बेहाल

5 rs me ghoda jitiye

अब तक हुए मेलों की नाकामी को देखते हुए नेताजी ने इस बार अपनी कुटिल बुद्धि से पूरे शहर में एक घोषणा करवा दी.. घोषणा थी कि..”पांच रुपए में अच्छी नस्ल का घोड़ा जीतिए”…आगे पढ़िए

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अवस्था की व्यवस्था

Avastha ki vyavastha

अतः विचारणीय ये है कि किसी भी एक अवस्था कि व्यवस्था यदि कमजोर अथवा ढीली रही तो संपूर्ण व्यक्तित्व की दशा डांवाडोल हो जाएगी..

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अब तो मजहब कोई ऐसा भी बनाया जाए

Stop Child abuse

किंतु उसका इतने दर्दनाक और अमानवीय हश्र में परिणित होना हमें अंदर तक झकझोरने के साथ ही ये भी सोचने पर मजबूर करता है कि हम वास्तव में किस दिशा में जा रहे हैं.. आगे पढ़िए

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क्या हम प्रसन्न हैं..?

kya hum khush hain?

हमें जीवन में परमात्मा से क्या मिलना चाहिए ..? वो जो हमें अच्छा लगता है..? या वो जो हमारे लिए अच्छा है..?… आगे पढ़िए

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स्वयं का समर्थन करें अन्य का विरोध नहीं..

Swayam ka Samarthan Karen

मैंने बीच में उनकी बात काटते हुए किन्तु उनके विश्वसनीय जज्बे को देखकर कहा मोहतरमा क्या आप मेरी बात भी सुनेंगी.. तो वे अपने पूर्वाग्रह से लगभग मुक्त होते हुए बोलीं हां हां कहिए प्लीज़.. क्या कहना है आपको.. मैंने कहा क्या आपने आजका न्यूज़ पेपर पढ़ा है.. खासकर मुख्य पृष्ठ..? …आगे पढ़िए

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हम अपने आप में सम्पूर्ण हैं

Hum apne aap me Sampoorn hain

वर्तमान में इसका उलट हो गया है दुःख बांटने से बढ़ता है और सुख बांटने से कम होता है.. आगे पढ़िए

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